लग्जरी गाड़ियों में बाहर भेजी जाती थीं बालिका गृह की लड़कियां,
पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों के नाक के नीचे चल रहे इस अवैध कारोबार पर किसी की नजर नहीं पड़ी। मां विंध्यवासिनी महिला प्रशिक्षण एवं समाज सेवा संस्थान द्वारा संचालित बाल गृह बालिका, बाल गृह शिशु, विशेषज्ञ दत्तक ग्रहण अभिकरण एवं स्वाधार गृह देवरिया की मान्यता को शासन ने स्थगित कर दिया है। इसके बाद भी संस्था में बालिकाएं, शिशु व महिलाओं को रखा जा रहा था।
एक बच्ची की शिकायत पर स्थानीय प्रशासन ने रविवार की रात इस संस्था से लड़कियों को मुक्त कराया। सोमवार को बस्ती जिले की रहने वाली एक लड़की ने जब अपनी आपबीती बताई तो लोग हैरान हो गए। उसका कहना था कि वह 16 माह से यहां रहती है। हर दिन उसे शाम को सजा संवार कर तैयार किया जाता था। शाम को चार बजे लग्जरी गाड़ी आती। उससे उन्हें गोरखपुर समेत विभिन्न जिलों में भेजा जाता। इसके एवज में उसे पैसे दिये जाते थे।उसका कहना था कि वह जब कभी जाने से मना करती थी तो उसकी पिटाई की जाती। यह तो एक बानगी मात्र है। इतना ही नहीं, इन्हें इस संबंधित स्थान तक पहुंचाने के लिए लग्जरी गाड़ी तक उपलब्ध कराई जाती थी।
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